जंगल है तो जीवन है–रवि तिवारी…

सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के एकमात्र गोमर्डा सेंचुरी में गांव के आदिवासी समाज के लोग महुआ चुनने के लिए प्रखंड के कई जंगली इलाकों में ग्रामीणों द्वारा महुआ पेड़ के आसपास पत्तों को साफ करने के लिये आग लगायी जा रही है, इससे जंगल को काफी नुकसान हो रहा है। छोटे-छोटे पेड़-पौधों व वन प्राणियों को क्षति पहुंच रही है, साथ ही जंगली औषधीय पौधे भी नष्ट हो रहे हैं। प्रखंड के विभिन्न जंगली क्षेत्रों से लगातार आग लगाने का मामला सामने आ रहा है। बताते चले कि जंगल की रक्षा के लिये वन रक्षा समिति का गठन किया गया है इसके बाद भी आग लगाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर वर्ष गर्मी आते ही ग्रामीण पेड़ के आसपास आग लगा देते हैं, ताकि उन्हें महुआ चुनने में आसानी हो।
इस संबंध में गोमर्डा वन क्षेत्र पदाधिकारियों द्वारा गांव-गांव में बैठक कर जंगल में आग नहीं लगाने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जाना चाहिए और साथ ही साथ नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाना चाहिये।

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