Media Today News रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रहते अपने आखरी हस्ताक्षर में मांगा भी तो अपने लिए सुरक्षा का लाव- लश्कर और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल वाला बंगला। इधर पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने एक ट्वीट कर नौकरशाही को आगाह कर दिया कि अफसर इस बात का ध्यान रखें कि बैक डेट में फाइलें निपटाने की कोशिश ना करें। आप प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा है।
जब तक प्रदेश में नई सरकार का गठन नहीं होता तब तक ऐसे किसी प्रकार के अनुचित कार्य से बचना चाहिए। बताया जा रहा है कि नौकरशाही के किसी सूत्र ने डॉ. रमन सिंह को खबर दी कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिस फाइल पर आखरी साइन किए उसमें उन्होंने अपने लिए सुरक्षा चार से बढ़ाकर छह स्वीकृत कर ली साथ ही जयसिंह अग्रवाल वाला बंगला भी एलाट करवा लिया।
अब नई सरकार यह जांच करने वाली है कि वह तथाकथित फाइल ‘बैक डेट’ में साइन हुई या ‘सेम डेट’ में। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास एक बंगला पहले से ही शांति नगर में अलाट है, जिसमें उनके पिताश्री नंद कुमार बघेल का कार्यालय और निवास है। चूंकि पूर्व मुख्यमंत्री का प्रोटोकाल होता है इसलिए उन्होंने अपने लिए एक सेपरेट बंगला भी अलाट करा लिया है।