सारंगढ़।आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जे. एन. शुक्ला और सचिव डॉ. डी. डी. साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया डॉ. मेनका देवी सिंह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सारंगढ़ की सीनियर मेम्बर हैं। वे एसोसिएशन की मेधावी, सम्माननीय और वरिष्ठ महिला डॉक्टर है। उन्होंने मेडिकल प्रवेश की परीक्षा योग्यता, प्रविण्यता के आधार पर उत्तीर्ण की जब हमारे पास छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संयुक्त राज्य में सीमित एमबीबीएस सीटें उपलब्ध थी। 1977 में भोपाल के प्रतिष्ठित गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद हमीदिया हस्पताल भोपाल से इंटर्नशिप पूरी की है। उनके रिसर्च पेपर दुनिया के प्रतिष्ठित रिसर्च जर्नलों में छपते रहे हैं। आदिवासी और ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार की कई नीति निर्माण में उनकी भूमिका रही है। खासकर सारंगढ़, रायगढ़, जशपुर और महानदी के तटीय इलाकों में कुष्ठ, फ़ायलेरियेसिस, मलेरिया, टीबी, जन्मजात विकृति जैसी समस्याओं के उन्मूलन में उनके वर्षों तक किये गए प्रयास महत्वपूर्ण रहे हैं। एक क्वालिफाइड और सम्मानित मेडिकल प्रेक्टिशनर के विरुद्ध गरिमा से नीचे, राजनीति से प्रेरित होकर असोभनिय शब्दों का उपयोग दुर्भाग्यपूर्ण है। मेडिकल एसोशिएशन इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सभी पक्षो से यह अपेक्षा करता है की डॉक्टरी जैसे पवित्र पेशे को राजनीति का मोहरा न बनाया जाये।