मीडिया टुडे न्यूज़। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में सरफिरे लोग भी गजब कमाल दिखाते हैं, भाजपा की प्रतीक्षित दूसरी लिस्ट जारी होने वाली है। वहीं किसी सरफिरे ने इस माहौल में अपनी पसंदीदा लिस्ट सोशल मीडिया में जारी कर दी है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ भाजपा में कहीं खुशी तो कही गम की बरसात हो गई थी, जिसे बाद में सम्हाला गया।
खैर चुनावी मौसम में बरसात के पहले ऐसे पत्ते भी उड़ा करते हैं, परंतु सूची जाली ही सही इसके आने के बाद रायगढ़ जिले में बादल अब छटने लगे है, गत दिनों में जो सरगर्मी और जोश रायगढ़ जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं में देखने को मिल रहा था। वही जाली सूची में ओपी के नाम की चर्चा के बाद से सन्नाटा छा गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि रायगढ़ विधानसभा के साथ जिले की चार में से तीन में हारने की प्रबल संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका प्रमुख कारण ओपी चौधरी के ढुलमुल रवैया भी हो सकता है। क्योंकि ओपी कभी रायगढ़ से चुनाव लडना चाहते हैं, तो कभी चंद्रपुर तो कभी जगदलपुर।
चूंकि वो खुद चुनाव लड़ने को लेकर सशंकित हैं। इसलिए भाजपा के कार्यकर्ता भी असमंजस की स्थिति हैं, इसका एक कारण खरसिया के चुनाव में हार भी हो सकता है। वहीं रायगढ़ विधानसभा में अग्रवाल समाज ओपी को पहले ही नकार चुका है, साथ ही कोलता समाज भी अपने प्रत्याशी उतरने पर मंथन कर रहा है, जिसके चलते पूर्व कलेक्टर के लिए भाजपा अपनी रायगढ़ जिले की दो से तीन सीट की कुर्बानी देने से पीछे हटती नहीं दिख रही है। राजनैतिक गलियारों में इस बात के संशय मात्र से ही नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता दिख रहा है। जिसका सेहरा जिला भाजपा के माथे फूट सकता है ?
बहरहाल राजनैतिक धुरंधरों के अनुसार मोदी की आज की छत्तीसगढ़ की सभा खत्म होने के बाद भाजपा की दूसरी अधिकृत सूची जारी कर सकती है, जिसके बाद चुनावी मौसम का असली रूप रेखा रणनीतिकारों के बीच बनेगी।
पार्ट – 4
अभिषेक कुमार शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार / राजनीतिक विश्लेषक, रायगढ़ छत्तीसगढ़