शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी हुई साहित्य मंथन शिक्षा दूत सम्मान से सम्मानित…

सारंगढ़।अखिल भारतीय साहित्य मंथन संस्थान नई दिल्ली द्वारा मयंक होटल जांजगीर में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा अलंकरण समारोह जिसमें विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे शिक्षा, समाज सेवा, साहित्य सेवा, प्रतिभा, सम्मानित हुए जिसमें सारंगढ़ की प्रियंका गोस्वामी प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला बुटीपारा को “साहित्य मंथन शिक्षा दूत सम्मान” से सम्मानित किया गया।यह सम्मान इनके विलक्षण प्रतिभा समाज, सेवा की भावना, साहित्य सृजन कला संस्कृति, संवर्धन, शिक्षा, प्रदेयों, महनीय शोध कार्य, सुदीर्घ, हिंदी सेवा संबधी राष्ट्र नवनिर्माण के कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के निहित मंचस्थ अतिथि बी.पी. साहू प्राचार्य डाईट जांजगीर, डॉ. आचार्य हिरेंद्र गौतम, श्रीमती हेमलता शर्मा सहायक परियोजना समग्र शिक्षा जांजगीर, कवि अनुपम तिवारी सहित अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में प्रदान किया गया।
ज्ञात हो कि इनके साहित्य सृजन की अनूठी कला और अद्भुत मंच संचालन को सबने सराहा।इसके अलावा प्रियंका गोस्वामी जी विविध सम्मान से विभूषित हो चुकी हैं।इनकी कविताएँ माननीय मुख्यमंत्री जी के सीएमओ छत्तीसगढ़ के ऑफिसियल पेज पर भी आ चुकीं हैं।
आप उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षिका हैं,आप आशु कवयित्री हैं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के एकमात्र दैनिक अखबार सारंगढ़ टाईम्स में अब तक इनकी दो सौ से अधिक रचनाओं का
प्रकाशन हो चुका है।इन्होंने माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के भेंट मुलाकात कार्यक्रम का भी मंच संचालन किया है, इनके सम्मानित होने पर शिक्षा विभाग के बीआरसी, एबीईओ, बीईओ, डीइओ श्रीमती डेजी रानी जांगड़े, क्रांतिकारी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लैलून कुमार भारद्वाज, प्रमोद कुमार महेश, नरेश कुमार सुमन, जगजीवन प्रसाद जांगड़े, धजाराम लहरे, भोजराम बघेल, दिलेश्वर लहरे, कुमारीन बाई ओगरे, आरती ठाकुर, अभिषेक पुरी गोस्वामी, रेखा यादव, चन्द्रकांति स्वर्णकार ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
अखिल भारतीय साहित्य शोध संस्थान दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा अलंकार समारोह 2023 में भीड़ से भरे सभागार में कार्यक्रम का संचालन प्रियंका गोस्वामी और जगजीवन प्रसाद जांगड़े ने किया, जहां जगजीवन प्रसाद जांगड़े की लाजवाब शब्द शैली लोगों को सम्मोहनी पाश में बांधे रही।वहीं प्रियंका गोस्वामी के अप्रतिम और विलक्षण संचालन के जादुई आकर्षण ने पूरे सभागार को अंतिम दौर तक बांधे रखा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top