नगर पंचायत बरमकेला के विरुद्ध एक तरफ कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन तो दूसरी तरफ भाजपा ने किया 3 करोड़ के कार्यों का भूमि पूजन

शासन प्रशासन रहते कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन कांग्रेस पर बड़ा प्रश्न चिन्ह

3 करोड़ के टेंडर में विवादों के बाद अधिकारियों की जांच आश्वासन रहा धारा का धारा

बेबस दिखे कांग्रेसी तो विधानसभा में भाजपा ठेकेदारों की बल्ले बल्ले

इस कार्यकाल में ठेकेदारी प्रथा पर डबल कमीशन देना ठेकेदारों पर हावी

कई कांग्रेस से जुड़े ठेकेदारों और नेताओं ने कहा इससे तो अच्छा पूर्व कार्यकाल था

3 करोड़ के टेंडर में शामिल अधिकारियों पर शो काज नोटिस जन चर्चा का विषय

मीडिया टुडे न्यूज़। सारंगढ़ विधानसभा में कोई भी विभाग हो कमिशन को लेकर आम जनता से लेकर ठेकेदार वर्ग परेशान है। सारंगढ़ के कई विभाग एक ओर कमीशन की भेंट चढ़ रहे है तो दूसरी ओर अपने ही पार्टी के नेता अपने ही शासन प्रशासन को कोसते हुए पूर्व कार्यकाल को ठीक बता रहे हैं। ठेकेदारी प्रथा पर इस कार्यकाल डबल कमीशन देना अब कांग्रेसी ठेकेदारों को भी ना गुजार हो रही है। सिस्टम वही, पद वही पर कमीशन डबल और निविदा का खेल ने तो हद ही पार कर दिया, जिसका साक्षात उदाहरण है बरमकेला नगर पंचायत जिसमें 3 करोड़ रुपए के निविदा आमंत्रण से लेकर एक ही ठेकेदार को निविदा मिल जाना कार्य की एकरूपता और पारदर्शिता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है ? 3 करोड़ के निविदा को निरस्त करने की मांग को लेकर आज बरमकेला नगर पंचायत के सम्मुख कांग्रेस नेताओं जनप्रतिनिधियों पार्षद एल्डरमैन और युवा कार्यकर्ताओं ने अंततः सिस्टम के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए सांकेतिक धरना प्रदर्शन का शुभारंभ किया। जहां एक ओर कांग्रेसी धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधि और भाजपा के नेता नगर पंचायत के निर्माण कार्य का भूमि पूजन कर रहे थे। जन चर्चा में शासन प्रशासन के रहते कांग्रेसियों की पूरी तरह से अनदेखी और भाजपा नेताओं तथा ठेकेदारों की बल्ले बल्ले जन चर्चा का विषय रही।

*क्या है पूरा मामला* – विश्वस्त सूत्रों की माने तो कुछ महत्वपूर्ण पूर्व अधिकारियों द्वारा बरमकेला नगर पंचायत में 3 करोड रुपए के निर्माण कार्यों के निविदा प्रक्रिया को लेकर नगर पंचायत के ही पार्षद एल्डरमैन और स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने विधायक एवं जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को निविदा में एकरूपता पारदर्शित ना होना और विवादित प्रक्रिया को लेकर ज्ञापन सौंपते हुए जांच कार्यवाही और निरस्त करने की मांग रखी। जिस पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लेने और उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। जिला प्रशासन से लेकर सचिव स्तर तक उक्त कार्य प्रक्रिया की शिकायत हुई। शिकायत दरमियान चंद अधिकारी जांच में आए और खाना पूर्ति कर चले गए। सूत्रों की माने तो निविदा निकालने, निविदा की विज्ञापन प्रक्रिया, निविदा फार्म भरने और तीन फॉर्म जिनकी हैंडराइटिंग जिनके हस्ताक्षर और अन्य कागजात लगभग विवादित रहे हैं, उसे लेकर साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए शिकायत की गई। निविदा प्रक्रिया इसलिए विवादस्पद रही की निविदा निकालने के चंद दिनों के बाद अधिकारियों का अन्यत्र तबादला और निविदा एक ही ठेकेदार को मिल जाना प्रक्रिया पर सवालिया निशान बन गया। कहते हैं जहां आग लगती है वहां धुआं तो उठता ही है और नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने 3 करोड़ की निविदा मिले भाजपा नेता रूपी ठेकेदार जिनके पूर्व निर्माण कार्य भी गुणवत्ता विहीन और स्तरहीन रहे हैं उसका जमकर विरोध किया और बात कार्यालय से निकलकर सड़क तक पहुंच गई।

*निर्माण कार्यों का भूमि पूजन और विभाग के अधिकारियों को जानकारी तक नहीं* – सूत्रों की माने तो नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि और भाजपा नेताओं के द्वारा नगर पंचायत के वार्डों में भूमि पूजन कार्य किया जा रहा था मगर अधिकारीयोवको उक्त निर्माण कार्य के भूमि पूजन की जानकारी तक नहीं थी।सूत्रों के अनुसार बरमकेला नगर पंचायत के अधिकारियों को उक्त कार्यों से संबंधित शो काज नोटिस जारी होने की खबर जन चर्चा का विषय बनी हुई है।

सूत्रों की माने तो सारंगढ़ विधानसभा में कांग्रेस शासन आने के बाद विभाग कोई भी हो टेंडर प्रक्रिया और कमीशन का खेल पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनकर रह गया है और कमिशन का खेल खेल रहे चंद नेता पार्टी को किस गर्त में धकेल रहे हैं उनका संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है। जिसे लेकर पार्टी में बिखराव, नाराजगी साफ नजर आ रही है और जिसका बोझ जनता जनार्दन और हर वर्ग पर पड़ रहा है। इसका उदाहरण आज बरमकेला में साफ नजर आया।

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