मीडिया टुडे न्यूज़। आप सब जानते ही है कि कुछ महीनों में छत्तीसगढ में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। वहीं चुनाव के इस मौसम में प्रदेश का राजनैतिक तापमान गर्म हो चुका है। ज्ञात हो कि गत दिनों देश के प्रधानमंत्री एवं भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी की सभा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हुई थी, जिसकी अव्यवस्था को लेकर हमारे ग्रुप ने कुछ दिनों पूर्व समाचार भी प्रकाशित किया था।
इसी तारतम्य में मौजूदा राजनैतिक घटनाचक्र से होने वाले राजनैतिक और सामाजिक हानि और लाभ की बात करें तो मोदी जी की सभा से जिला भाजपा की असफलता के किस्से कहानियों से पूरा सोशल मीडिया पटा पड़ा है। रायगढ़ जिला भाजपा के द्वारा दो दिन पूर्व परिवर्तन यात्रा का कार्यक्रम आयोजित था, जिसको लेकर प्रभारी नारायण चंदेल भी रायगढ़ आए थे।
रायगढ़ जिला भाजपा द्वारा नारायण चंदेल की उपस्थिति में प्रेस कांफ्रेंस का कार्यक्रम रखा गया था। प्रेस कांफ्रेंस में वैसे तो पत्रकार जगत के कुछ ही पत्रकारों को बुलाया गया था, जिसमे 90 प्रतिशत पत्रकारों ने नारायण चंदेल की प्रेस वार्ता का बहिष्कार कर दिया। इस कारण से रायगढ़ जिला भाजपा की काफी फजियत हुई, फिर जैसे-तैसे मान मनुव्वल कर कुछ पत्रकारों के सहयोग से खानापूर्ति के उद्देश्य से प्रेस कांफ्रेंस करवाया गया।
रायगढ़ भाजपा संगठन की असफलता और मनमानी के कारण पार्टी की हो रही फजियत
मिली जानकारी के अनुसार जिला भाजपा संगठन का जिले के पत्रकारों से रिश्ते पिछले 2-3 वर्षों से ठीक नही चल रहे है, जिसमे पत्रकारों को भाजपा संगठन के तथाकथित नेता द्वारा उचित सम्मान ना देना सबसे प्रमुख कारण है। गत दिनों मोदी के कार्यक्रम में पत्रकारों के बैठने की जो व्यवस्था की गई थी, उसमे रायगढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने डेरा जमा रखा था, जो बहुत ही शर्मनाक था।
जिसके कारण पत्रकारों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं मिली, जिसको लेकर जिले के पत्रकारों में काफी आक्रोश देखा गया। भाजपा संगठन के दो नेताओ का पत्रकारों को लेकर जो रवैया पिछले कुछ सालों से रहा है, वह काफी निराशा जनक है। चुनाव सर पर है और भाजपा संगठन के नेता द्वारा पत्रकारों की हो रही लगातार उपेक्षाओं से जो माहौल बनता जा रहा है..! ऐसे में आगामी चुनाव में बहुत से पत्रकारों के सहयोग से भाजपा वंचित रह सकती है। जिसका असर आने वाले चुनाव में देखने को मिल सकता है।