एक-जुट हुआ उत्कल समाज – लगातार मिल रहे धोखे से है बहुत ज्यादा नाराज
रायगढ़ 3 नवंबर – रियासत कालीन ऎतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर के संध्या आरती मे रायगढ़ विधानसभा चुनाव के एकमात्र महिला प्रत्याशी गोपिका गुप्ता अपने समर्थको के साथ शामिल होकर उपस्थित जिला उत्कल समाज के सम्मानित सदस्यों के समक्ष क्षेत्र के लिए अपने कार्यक्रमों को रखते हुए समर्थन देने की अपील कि-
बेटी बचाओ -बेटी पढाओ नगर रायगढ अंचल के उडिया समाज की बेटी एवं बहु हूँ.पढी लिखी उच्च शिक्षा ग्रहण कर अब आपके सेवा के लिए तैयार हु मुझे जनहितार्थ सेवा के लिये अवसर दे.*मै कोई बाहरी व्यक्ति नहीं हु ,जो भाग जाउंगी, आपके बीच थी, आपके बीच हूं, आपके बीच ही रहुंगी,हर सुख दुःख के सहभागी बनुँगी* शासन मापदंड मे जिम्मेदार होते हुए जनहितार्थ अनेकों सामाजिक कार्य के लिए मुहिम चलायी जिसमे देर सबेर अंतत: सफ़लता मिली. जिसमें मुख्य था छत्तीसगढ़ और उड़ीसा को जोड़ने वाले महानदी के ऊपर पुल बनवाने के वर्षों के संघर्ष में सफलता मिली। जिले के प्रशासनिक तंत्र के साथ पंचायत में जिम्मेदार पदों पर दो बार आसीन होते हुए अपनी जिम्मेदारीयों को बखूबी निभाते हुए जनता के दिलों मे स्थान बना चुकी हूँ, वर्तमान परिवेश मे क्षेत्र के सर्वाधिक उडिया होते हुए तथा वर्षों से जुड़े अन्य वर्ग के कार्यकर्ता योग्य प्रत्याशियो को नजर अंदाज करते हुए बाहर के अन्य विधानसभा में पराजित प्रत्याशी को यहां से टिकट देने से आमजनता के साथ जनप्रतिनिधी भी आहत है उनके सम्मान की खातिर मैं खड़ी हुई हूँ ,जो रायगढ अंचल के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है। जिसे देखते हुए रायगढ़ उत्कल समाज से प्रथम बार एक महिला के खड़े होने पर उसे अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिये. उक्त कार्यक्रम मे उत्कल क्षेत्र के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी गण उपस्थित थे. जिसमें मुख्य रूप से कोल्ता समाज के पुर्व अध्यख्य श्री जगदीश प्रधान, श्री विष्णु सेवक गुप्ता, श्री प्रमोद गुप्ता, उत्कल समाज के सबसे वरिष्ठ, सम्मानित एवं पूरे अंचल में प्रसिद्ध डॉ सुचित्रा त्रिपाठी जी, उत्कल सांस्कृतिक सेवा समिति के सचिव देवेश षड़ंगी जी, श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी श्री दिनेश षड़ंगी जी, श्री नारायण प्रसाद मिश्रा जी, बेटी बचाओ -बेटी पढाओ के जिला प्रभारी डॉ नारायण नंदे जी ,अरुण गुरु जी, बंशी गुरु जी, कृष्णा मिश्रा जी, रमेश पाणी जी, रामकुमार मिश्रा जी ,आकाश मिश्रा जी, गिरीश षड़ंगी जी,एवं अन्य सम्मानित सदस्यों के अलावा उत्कल समाज की महिला विंग उत्कलिका के समस्त मातृशक्ति पदाधिकारीगण उपस्थित थे। *अब आम जनता स्वयं निर्णय लेगी की क्षेत्र के समाजिक, राजनैतिक, एवं आर्थिक विकास के लिए स्थानीय लोगों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए या बाहर से थोपे गए लोगों को मिलना चाहिए.