मीडिया टुडे न्यूज। लैलूंगा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती विद्यावती सिदार के सरल स्वभाव के कारण जनता में उनके लिए एक सॉफ्ट व्यवहार को देखा जा रहा है जिसके वजह से उन्हें लैलूंगा विधानसभा में लगभग सभी गांव में अच्छा समर्थन मिल रहा है।
सुनीति राठिया प्रचार में अभी पीछे
लैलूंगा विधानसभा में भाजपा की प्रत्याशी श्रीमती सुनीति राठिया वर्तमान प्रचार प्रसार में अपनी प्रतिद्वंदी विद्यावती सिदार से वर्तमान में पीछे चल रही है। क्षेत्र के बहुत से गांवो में दौरा करने के उपरांत यह देखने और लोगो से बात करने से जानकारी मिली जो भाजपा के लिए ठीक नहीं है। लैलूंगा विधानसभा की जनता के अनुसार अगर भाजपा ने नए चेहरे को टिकट दिया होता तो कांटे की टक्कर होती वही कई लोगो का यह भी कहना है कि हम लोग भाजपा के ही समर्थक है परन्तु पार्टी एक ही परिवार के लोगो को बार बार टिकट देकर क्षेत्र की जनता के साथ नाइंसाफी कर रही है। क्षेत्र की जनता इसके लिए अलग अलग माध्यमों से यह मांग लगातार कर रही थी की इस बार लैलूंगा में किसी नए प्रत्याशी को मौका दिया जाना चाहिए था?
महेंद्र सिदार की दावेदारी से किसका नुकसान
लैलूंगा विधानसभा के सरपंच संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिदार ने स्वतंत्र प्रत्याशी ने नामांकन भर कर चुनाव समर में ताल ठोक दी है वही वह अपने समर्थकों के बल पर चुनाव प्रचार में जुट गए है चूंकि महेंद्र सिदार सरपंच संघ के अध्यक्ष का दायित्व भी निभा रहे है वही उन्हें लैलूंगा के सभी सरपंचों का समर्थन मिलने पर चुनाव में जनता उन्हें अपना साथ कितना देगी यह भी समय के गर्भ में है। महेंद्र सिदार से बात करने पर उन्हें बताया कि उन्हें जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है और वह अच्छी स्थिति में है। इसी विषय पर हमने अन्य गांवो के वरिष्ट जनों से चर्चा की जिसमे उन्होंने बताया की महेंद्र सिदार काफी मेहनत कर रहे है पर वह कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने में नाकामयाब होंगे और भाजपा के वोट महेंद्र सिदार को ज्यादा मिलने की संभावना बताई जा रही है।
बहरहाल शह और मात का खेल लगातार जारी है समय समय पर समीकरण बदल रहे है चुनाव का ऊंट किस करवट बैठेगा यह बताना कठिन है, अपनी कमियों को किस प्रकार से बदलकर आप उसे अपने लिए लाभ के अवसर में बदल दे यह प्रत्याशी के ऊपर निर्भर करता है। लैलूंगा विधानसभा में पार्टी एक ही परिवार को बार बार टिकट देने के कारण भाजपा का काफी विरोध आम जनता में देखा जा रहा है जिसके फायदे और नुकसान पार्टी को आने वाले समय में देखने को मिल सकते है।