रायगढ़। काव्य कलश कला एवं साहित्य मंच खरसिया के तत्वावधान में बहुप्रतीक्षित वार्षिक अधिवेशन लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से साहित्यकारों की उपस्थिति रही। आयोजन में ‘काव्य कलश वार्षिकांक 2023’ पत्रिका का विमोचन, सम्मान समारोह एवं विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
अधिवेशन के तृतीय सत्र के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक मंच के संयोजक व समाजसेवी महावीर अग्रवाल थे। विशिष्ट अतिथि विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक प्रदीप साहू रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. बृजभूषण द्विवेदी, संचालक जगरानी देवी महा. वि. विंध्य अवार्ड ज्यूरी कमेटी मुम्बई ब्रांड एम्बेसडर) ने की। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में साहित्यकारों को उपनाम सम्मान प्रदान किया गया साथ ही विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का संचालन वेदराम चौहान, तिलक तनोदी, विनोद डडसेना, नेहा ठेठवार एवं संतोष मिरी ने किया। अंतिम सत्र में वायलिन वादक मुकेश कुमार जांगड़े, बेमेतरा द्वारा वायलिन की शानदार प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि महावीर अग्रवाल ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि नवोदित कलमकारों को प्रोत्साहित करने इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहना चाहिए। मैं संस्था से पिछले तीन-चार सालों से जुड़ा हुआ हूं। जिस तरह से संस्था की ओर से लगातार कार्यक्रम कर कलमकारों व नवोदित रचनाकारों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। मैं संस्था के सभी सदस्यों को इसके लिए बधाई देता हूं। तृतीय सत्र का आभार प्रदर्शन मंच के संस्थापक पुरूषोत्तम गुप्ता एवं संचालन मंच की अध्यक्ष प्रियंका गुप्ता ‘प्रिया’ ने किया। कार्यक्रम में संरक्षक मनमोहन सिंह ठाकुर, जमुना प्रसाद चौहान, राकेश नारायण बंजारे, महेंद्र राठौर,सुखदेव राठिया, हरप्रसाद ढेंढ़े, लखन लाल राठौर, वेदराम चौहान, तिलक तनौदी, संतोष मिरी, लोकनाथ ताण्डेय, विनोद कुमार डड़सेना, लीलाधर कुम्हार, महेत्तर लाल देवांगन, संतराम कुम्हार, गुलशन खम्हारी, प्रीति रात्रे, नेहा ठेठवार, केशिका साहू, पायल राउत, मुकेश जांगड़े, अजय अमृतांशु, आशा मेहर, रामनाथ साहू, श्याम नारायण श्रीवास्तव, अरविन्द सोनी, मनोज श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार श्रवण, केदारनाथ स्वर्णकार, जीवनदास मानिकपुरी, कामिनी प्रधान, सुरेंद्र कुमार रात्रे, सोनू बरेठ, अनुराधा शर्मा, संतोष पैंकरा, हेमंत कुमार साहू, कन्हैया लाल गुप्ता, उर्मिला सिदार, पूर्णिमा चौधरी, मुकेश कुमार उइके, संजय कुमार उइके, सरोज साव, ज्योति सिदार, कुसुम जैन, सोनिया सोनी, जयंती खम्हारी, ज्योति महिलांगे, मीना भारद्वाज, विवेक भट्ट, विनोद कुमार यादव, सुरेंद्र कुमार केंवट, नीलकंठ गुप्ता, जीतेन्द्र कुमार वैष्णव, कवि राकेश्वर वैष्णव, शनि कुमार लहरे (पत्रकार), पूजा जायसवाल (पत्रकार), जयप्रकाश डनसेना (पत्रकार) एवं विभिन्न जिलों से पधारे साहित्यकार उपस्थित रहे।