सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सदा सुर्खियों में रहने वाला विद्यालय शासकीय प्राथमिक शाला बुटीपारा में मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम पदस्थ प्रधान पाठक प्रियंका गोस्वामी के बेहतरीन नेतृत्व एवं कुशल निर्देशन में आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर यह अति हितकारी योजना है।सक्रिय एवं ऊर्जावान प्रधान पाठक प्रियंका गोस्वामी ने विद्यार्थियों को बताया कि सुरक्षित शनिवार का अर्थ यह है कि प्रत्येक शनिवार को पढ़ाई के अंतिम घंटे अथवा चेतना सत्र में बच्चे विविध गतिविधियों के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपाय सीख रहे हैं, इसमें विद्यालयों में बच्चों के कौशल विकास एवं क्षमता वर्द्धन पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है।2 मार्च 2024 को प्रधान पाठक प्रियंका गोस्वामी ने इस शनिवार तूफानी चक्रवात से बचने के उपायों को विद्यार्थियों को बताया कि आंधी का तूफान की तरह कोई केंद्र नहीं होता है हल्की-फुल्की बूंदा-बांदी, बिजली की चमक और गड़गड़ाहट के साथ चलने वाली गर्म तेज हवाओं को आँधी कहते हैं, जबकि चक्रवाती तूफान तेज हवा और बारिश के साथ गोल-गोल घूमता हुआ काफी बड़े इलाके में फैला होता है, समुद्र के आसपास तो यह सौ से हजार किलोमीटर तक फैला होता है, चक्रवाती तूफान के समय घर के खिड़की दरवाजे बंद कर लेने चाहिए, रेडियो टी. वी. अखबार में सरकार द्वारा प्रकाशित खबर पर भरोसा करना चाहिए, किसी भी प्रकार के अफवाह से बचना चाहिए, एस्बेस्टस और टीन की बनी चादरों को एक दो तरफ ढाल की अपेक्षा चारों तरफ ढाल रखना चाहिए इसे यू आकार के नट बोल्ट में कसकर रखना चाहिए।जब भी ऐसी स्थिति हो! बिजली और टेलीफोन खम्भों के नीचे नहीं खड़े होना चाहिए, चक्रवात बहुत शक्तिशाली होते हैं, इसका अंदेशा होने पर किसी मजबूत इमारत में आश्रय लेना चाहिए, घर पर रहना चाहिए मोबाइल फोन, बैटरी, लालटेन, खाद्य सामग्री, आवश्यक कागज एवं दस्तावेज सभी सुरक्षित रखें, जब मौसम पूरी तरह ठीक हो तभी घर से बाहर निकलें।इस अवसर पर सभी विद्यार्थी एवं श्रीमती रेखा यादव की उपस्थिति रही।इस तरह के अनवरत आयोजन और सतत सक्रियता हेतु शालेय परिवार को संकुल समन्वयक ज्योतिप्रकाश खेस्स ने बधाईयाँ प्रेषित की हैं।