मीडिया टुडे न्यूज़। टीवी पर दिखाए जा रहे 300 यूनिट बिजली मुफ्त वाले लुभावने विज्ञापन दिखाने के पीछे आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता के बीच सरकार की लोक लुभावन स्कीम के असलियत इसके बिलकुल उलट है। अगर आप भी इस लाभ को लेना चाहते है तो इसके लिए आपको क्या करना होगा आइए इसकी असलियत पर थोड़ा प्रकाश डाले।
अस्लीयत क्या है?
1. आपको 1.5 लाख का सोलर ख़रीदना है
2. सरकार आपको 78,000 सब्सिडी देगी
3. इसमें बनी 300 यूनिट बिजली फ्री
4. बिजली ज़्यादा बनी तो आप बेचेंगे
5. टोपी समझ आई?😊
★ इस स्कीम का एक ही मंसूबा है : सोलर वालों के प्रोडक्ट बेचना और उनका फ़ाइदा..शायद उनसे चंदा लिया जा चुका है?
★ इसका एक टारगेट और है : सोलर बेचने पर उद्योगपतियों को “कार्बन क्रेडिट” मिलती है..इस कार्बन क्रेडिट को बेच कर अरबों डॉलर कमाए जाते हैं.. दुनियाभर में सरकार और उद्योगपतियों की शह पर यह खेल चलता है..।
★ ‘आम आदमी ख़रीदे या ना ख़रीदे पर सरकारी महकमों में यह काम शुरू’ हो चुका है.. उद्योगपतियों को ऑर्डर दिए जाने लगे है..।
★ सोलर बिजली का एक बेहतरीन ज़रि’या है..पर आज भी यह काफ़ी ख़र्चीला है और अबतक का एक “नाकामयाब कांसेप्ट” भी है..।
☺️ जब भी “झूट लर बोलता है कि मैं आपका भला करना चाहता हूँ तब *समझ लीजिए कि वो “जेब-कतरे के किरदार” में है..? बाकि आप समझदार है असल में वो क्या चाहते है।