BJP has suffered such a setback in the first round of voting that Narendra Modi reached the Mangal Sutra of Hindu women in a rally in Jalore.
मीडिया टुडे न्यूज़। हमने पहले ही अंदाजा लगा लिया था कि बाकी के 6 चरणों की Voting में BJP के स्टार प्रचारक Narendra Modi की भाषा और सोच की नई गिरावट देखने को मिलेगी। भाड़े पर बुलाई गई वॉट्सएप प्रेमियों की भीड़ से 150 गज दूर सत्ता के लिए झूठ–दर–झूठ बोलता, देश को Hindu –मुस्लिम में तोड़ता एक आदमी 62 फीसदी अवाम की नफरत बटोर रहा है।
एक ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के नाम, जिसका भाषण अंग्रेजी में था और उसमें जो कहा गया, उसका गलत मतलब निकालकर बीजेपी आईटी सेल ने सांप्रदायिक रंग दे दिया।
बीजेपी चुनाव हार रही है और बंगाल की तरह मोदी का झूठ और फिसलती ज़ुबान इसका साफ संकेत दे रहा है।
कल राजस्थान की गोबर पट्टी के चंद भक्त यह सोचकर घर लौटे होंगे कि कांग्रेस तो मुस्लिम परस्त पार्टी है। उसे वोट देंगे तो बीवी का मंगलसूत्र छिन जाएगा।
लेकिन, घर पर बीवी 5 किलो मुफ्त अनाज में से कंकड़ साफ कर रही है। भूखा बच्चा सूखी रोटी चूस रहा है। बेरोजगार बेटा आवारागर्दी के बाद बिना किसी भविष्य के उनिंदा पड़ा है। बिटिया की पढ़ाई छूट गई है।
मोदी ने सिवाय हिंदू–मुस्लिम करने के किसी के लिए कुछ नहीं किया। देश की दौलत अमीरों को लुटा दी। लेकिन वही अब हिंदुओं की दौलत मुस्लिमों को सौंपने का झूठ परोस रहे हैं। उस गरीब की थाली में, जिससे भूख नहीं मिटती, पर नफरत जरूर बढ़ती है।
इतना सब देखने के बाद भक्त को मंगलसूत्र कहां याद रहता है? तभी जेब में बीजेपी से मिले 1000 रुपए मचल उठते हैं। कदम शराब–कबाब की ओर ले जा रहे हैं। लोन की किस्त, नोन–तेल की फिक्र और कल की चिंता सब मयखाने में ही धुआं हो जाना है। बाकी सोचने के लिए वॉट्सएप है ही। एक झूठा संदेश, झूठ का राशन सोच की दिशा भटका देता है।
अखबार और दलाल गोदी मीडिया मोदी की लाइन हूबहू परोसते हैं। यह नहीं बताते कि यह हेट स्पीच है। चूना आयोग पर कोई सवाल नहीं। दलाल गोदी मीडिया सत्ता और विपक्ष को आमने–सामने खड़ा कर खुद बच निकलना चाहता है।
मुमकिन है कि मतदान के आगे के चरणों में मोदी को 2002 का गुजरात मॉडल भी दोहराना पड़े। बावजूद इसके, 1% वोट भी शायद इधर से उधर न हो पाए।
साभार वरिष्ठ पत्रकार सौमित्र राॅय