मीडिया टुडे न्यूज़। IIT BHU Student Rape Case कठुआ, उन्नाव, हाथरस, कोलकाता, उज्जैन , इस देश में शायद ही कोई ऐसा शहर बचा हो जहां बच्चियां दरिंदगी का शिकार नहीं हुई हो. इस देश की गलीज और बजबजाती राजनीति सिर्फ़ यह ढूंढने में लगे रहती है कि विपक्ष के यहां रेप हो तो सिर्फ वही मुद्दा है और ख़ुद के राज्य में शासन प्रशासन की दुहाई।
तीसरे आरोपी सक्षम पटेल की जमानत अर्जी पर 16 सितंबर को सुनवाई होगी
अभी हाल ही में इसराइल के एक सैनिक का हीरो की तरह स्वागत किया गया। सम्मान का कारण इस सैनिक ने फिलिस्तीन की महिला का रेप किया था। उसे देश के आइकन की तरह प्रस्तुत किया गया।
हमारे ही देश में बिलकिस बानो के रेपिस्टों का किस तरह हर माला पहना कर स्वागत किया गया था। यह बिल्कुल भी भूलने वाली बात नहीं। वाराणसी के IIT-BHU में बी-टेक छात्रा के गैंग रेप के दो आरोपियों को 7 महीने बाद जमानत पर रिहा किया गया। इन दोनों का अपने गृह नगर में स्वागत और सत्कार हुआ।
ऐसा इस देश में कब और कहां था और अगर था तो उतना ही लानत और भर्त्सना के लायक है जितना आज हम इस समाज में देख रहे हैं। अब यह बात सिर्फ़ राजनीति तक सीमित नहीं है, समाज के भी उतने ही पतनशील विचार को जाहिर करता है।
एक बीमार समाज और घृणा की राजनीति दोनों पर्याप्त है इस देश को डूबोने के लिए ।