छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला: रायगढ़ में मिलावटी शराब की बिक्री ,सरकार और मंत्रियों पर पैसे कमाने के आरोप!
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सरकारी शराब दुकानों में घटिया और मिलावटी शराब बेचने के आरोपों ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। जनता का कहना है कि अंग्रेजी शराब में पानी मिलाकर बेचा जा रहा है, जिससे न केवल शराब की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है बल्कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
सरकारी शराब दुकानों में मिलावट का खेल!
स्थानीय निवासियों के अनुसार, शराब दुकानों में ग्राहकों को अच्छे ब्रांड की जगह घटिया शराब दी जा रही है। जब ग्राहक अपनी शिकायत दर्ज कराने जाते हैं, तो उनकी सुनवाई नहीं होती। लोगों को न तो सही ब्रांड की शराब मिल रही है और न ही गुणवत्ता की गारंटी। उधर, भाजपा सरकार और उनके कुछ खास इस मिलावटखोरी के जरिए मोटा पैसा कमा रहे हैं, ऐसा जनता का मानना है।
उड़ीसा में सस्ती और बेहतरीन शराब, छत्तीसगढ़ में ठगी!
रायगढ़ से सटे उड़ीसा में सरकार उच्च गुणवत्ता वाली शराब उचित दामों पर उपलब्ध करा रही है। वहां के उपभोक्ता संतुष्ट हैं क्योंकि उन्हें ब्रांडेड शराब मिल रही है। दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ में शराब की घटिया क्वालिटी और बढ़ती कीमतों से जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है।
जनता समझ रही है सरकार और मंत्रियों का खेल!
स्थानीय लोग खुलकर कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार और उनके कुछ खास मंत्री इस गोरखधंधे में शामिल हैं और मोटा पैसा कमा रहे हैं। जनता को अब यह साफ दिख रहा है कि छत्तीसगढ़ में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की जनता को दोनों बारी बारी से लूटकर नकली और मिलावटी शराब बेचते है वही सरकार शराब कारोबार को एक कमाई का जरिया बना चुकी है, जहां ब्रांड, गुणवत्ता और उपभोक्ता हितों की कोई परवाह नहीं की जा रही।
रायगढ़ की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही!
रायगढ़ जिले की जनता ने विश्वास जताते हुए एक पूर्व आईएएस अधिकारी को विधायक बनाया और राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का भी इस जिले से पुराना नाता रहा है। लेकिन इसके बावजूद शराब घोटाले पर कोई रोक नहीं लग रही, जिससे जनता के भीतर आक्रोश पनप रहा है।
भाजपा सरकार में सरकारी लूट चरम पर!
भाजपा के शासन में सरकारी लूट का घड़ा भरता जा रहा है। शराब से जुड़े इस गोरखधंधे में सरकारी संरक्षण की बात जनता के बीच चर्चा का विषय बन चुकी है। लोगों का कहना है कि सरकार और उसके कुछ मंत्री शराब बिक्री से मोटी कमाई कर रहे हैं, जबकि आम आदमी को घटिया शराब खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
जनता की मांग: इस घोटाले की हो निष्पक्ष जांच!
जनता अब चाहती है कि इस पूरे घोटाले की निष्पक्ष जांच हो और जो भी मंत्री या अधिकारी इसमें लिप्त हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अगर सरकार इस पर ध्यान नहीं देती, तो जनता इसका जवाब आने वाले चुनावों में दे सकती है। अब देखना होगा कि सरकार जनता की आवाज सुनती है या फिर लूट का खेल यूं ही जारी रहेगा!