उद्धव ठाकरे को एनडीए में लाने के लिए मोदी भले देवेंद्र फडणवीस की बलि चढ़ा दें।
लेकिन जब एकनाथ शिंदे का घर टूटकर उद्धव की ताकत बढ़ा दे तो क्या करेंगे? यह जल्दी ही होने वाला है। शिवसेना फिर टूटेगी।
बीजेपी की तोड़फोड़ ने पहले ही पार्टी को हार की कगार पर ला पटका है।
अब अगर उद्धव फिर बीजेपी के पाले में फंसते हैं तो उनके लिए यह खुदकुशी जैसा होगा। साथ ही यह इस साल महाराष्ट्र के तख्त से भी उन्हें दूर कर देगा। उद्धव ऐसी बेवकूफी शायद ही करें।