मीडिया टुडे न्यूज़। Mukesh Ambani ने एंटीलिया Antilia बनाने के लिए साल 2002 में 4,532.39 स्क्वेयर मीटर वाला प्लॉट 21.5 करोड़ रुपए में खरीदा था।
Ambani का यह घर साउथ मुंबई के पैडर रोड पर बना है, और इसे दुनिया के सबसे महंगे मकानों में से एक माना जाता है।
यह बहुमंजिला मकान waqf Bord की ज़मीन पर है, पहले यहां बच्चों का यतीमखाना था, अंबानी ने यह कह कर ज़मीन लिया कि वह इस पर बहुत बड़ा यतीमखाना बनाएगा और बना लिया अपना महल।
जिसको लेकर Ambani के ऊपर मुकदमा किया और यह मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में गया।
हाई कोर्ट ने भी माना है कि अंबानी ने जमीन खरीदने में वक्फ बोर्ड की धारा 32(2) का उल्लंघन है।
कोर्ट कभी भी एंटीलिया Antilia को गिराने का फैसला दे सकता है, अंबानी के एंटीलिया को बचाने के लिए सरकार waqf वक़्फ बोर्ड संसोधन बिल ला रही है।
यही नहीं पूर्व में महाराष्ट्र विधानसभा वक्फ बोर्ड द्वारा पेश की गई एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) में कहा गया है कि वक्फ बोर्ड ने अंबानी को घर बनाने के लिए नहीं बल्कि अनाथालय बनाने के लिए जमीन बेचा और गलत तरीके अपना कर एंटीलिया बना लिया गया।
रिपोर्ट स्वीकार करने के बाद महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा था कि सरकार रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लेगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
रिलायंस के प्रवक्ता ने इस मामले में केवल इतना कहा कि वह पहले रिपोर्ट देखेंगे और इसके बाद ही कोई कमेंट करेंगे।
तब विधानसभा में पेश एटीआर में कहा गया है कि करीम भाई इब्राहिम ने 1986 में यह जमीन धार्मिक शिक्षा और अनाथालय बनाने के लिए वक्फ बोर्ड को दी थी, लेकिन बोर्ड ने इसे अंबानी को बेच दिया।
यह डील शुरू से ही विवादों में आ गई, क्योंकि जिस जमीन को बेचा गया वह वक्फ बोर्ड की थी। विवाद बढ़ने पर रिटायर्ड जज एटीएके शेख को जांच की जिम्मेदारी दी गई और उनसे कहा गया कि वह अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपें।
मामला अदालत में है, और एंटीलिया खतरे में है।
अपने मालिक को बचाने के लिए देश के करोड़ों नागरिकों के दान किये धन को निशाना …….. निंदनीय और शर्मनाक है।